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Saturday 23 April 2016

अध्याय 11 श्लोक 11 - 23 , BG 11 - 23 Bhagavad Gita As It Is Hindi

 अध्याय 11 श्लोक 23
हे महाबाहु! आपके इस अनेक मुख, नेत्र, बाहु,जांघ, पाँव, पेट तथा भयानक दाँतों वाले विराट रूप को देखकर देवतागण सहित सभी लोक अत्यन्तविचलित हैं और उन्हीं कि तरह मैं भी हूँ |

अध्याय 11 श्लोक 11 - 22 , BG 11 - 22 Bhagavad Gita As It Is Hindi

 अध्याय 11 श्लोक 22
शिव के विविध रूप, आदित्यगण, वासु, साध्य, विश्र्वेदेव, दोनों अश्र्विनीकुमार, मरुद्गण, पितृगण, गन्धर्व, यक्ष, असुर तथा सिद्धदेव सभी आपकोआश्चर्यपूर्वक देख रहे हैं |

अध्याय 11 श्लोक 11 - 21 , BG 11 - 21 Bhagavad Gita As It Is Hindi

 अध्याय 11 श्लोक 21
देवों का सारा समूह आपकी शरण ले रहा है और आपमें प्रवेश कर रहा है |उनमें से कुछ अत्यन्त भयभीत होकर हाथ जोड़े आपकी प्रार्थना कर रहें हैं | महर्षियोंतथा सिद्धों के समूह “कल्याण हो” कहकर वैदिक स्तोत्रों का पाठ करते हुए आपकीस्तुति कर रहे हैं |