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Monday 2 September 2013

अध्याय 5 श्लोक 5 - 12 , BG 5 - 12 Bhagavad Gita As It Is Hindi

 अध्याय 5 श्लोक 12

निश्चल भक्त शुद्ध शान्ति प्राप्त करता है क्योंकि वह समस्त कर्मफल मुझे अर्पित कर देता है, किन्तु जो व्यक्ति भगवान् से युक्त नहीं है और जो अपने श्रम का फलकामी है, वह बँध जाता है |